स्थिति को अनुकूल बनाकर प्रकृति की इच्छा तक बढ़ना है। स्थिति को अनुकूल बनाकर प्रकृति की इच्छा तक बढ़ना है।
अंडे के अंदर से चूज़ा शक्ति अपार लगाता है ख़ुद से तोड़ कर अंडे को बाहर वह आ पाता है अंडे के अंदर से चूज़ा शक्ति अपार लगाता है ख़ुद से तोड़ कर अंडे को बाहर वह आ पाता...
माँ कभी भी केवल माँ नहीं रहती वह भाई-बहन, पिता-दादा दादी-नानी और न जाने क्या-क्या बन अनाम रिश्तो... माँ कभी भी केवल माँ नहीं रहती वह भाई-बहन, पिता-दादा दादी-नानी और न जाने क्या-...
फिर सूर्य मुझे जो तपा रहा वह ही जीवन दे जायेगा इस निर्मल ,सुन्दर मधुवन में जीवन किसलय लह... फिर सूर्य मुझे जो तपा रहा वह ही जीवन दे जायेगा इस निर्मल ,सुन्दर मधुवन म...
शाखाएँ फैलाते हैं और हरियाली आँचल फैलाते हैं। शाखाएँ फैलाते हैं और हरियाली आँचल फैलाते हैं।
संकल्प व संयम के दो सुझाव में छुपा है हम सब का बचाव संकल्प व संयम के दो सुझाव में छुपा है हम सब का बचाव